आयुर्वेद में औषधियों की सही मात्रा का विशेष महत्व होता है। प्रत्येक रोगी की व्यक्तिगत स्थिति, जैसे कि देश (स्थान), काल (मौसम), वय (आयु), और बल (शारीरिक क्षमता) के अनुसार खुराक का निर्धारण किया जाता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में कई औषधियों के लिए न्यूनतम और अधिकतम मात्रा का उल्लेख है, जो नीचे दी गई तालिका में दी गई है।

औषधि का नाम (Medicine Name)न्यूनतम मात्रा (Minimum Dose)अधिकतम मात्रा (Maximum Dose)
हीरक भस्म (Hirak Bhasma)1/32 रत्ती1/16 रत्ती
वत्सनाभ (Vatsanabh)1/16 रत्ती1/8 रत्ती
ताम्र भस्म (Tamra Bhasma)1/8 रत्ती1/2 रत्ती
स्वर्ण भस्म (Swarna Bhasma)1/8 रत्ती1/4 रत्ती
जयपाल (Jayphal)1/8 रत्ती1/4 रत्ती
माणिक्य, नीलम, धतूरा1/4 रत्ती1/2 रत्ती
रजत भस्म, नाग भस्म, मुक्ता1/4 रत्ती1 रत्ती
पुखराज, पन्ना, वैदुर्य1/4 रत्ती1 रत्ती
पीतल, कांस्य, यशद1/2 रत्ती1 रत्ती
लौह भस्म, मंडूर भस्म1/4 रत्ती2 रत्ती
प्रवाल, खर्पर, कासिस1/2 रत्ती2 रत्ती
गुंजा1/2 रत्ती1.5 रत्ती
भल्लातक1 रत्ती3 रत्ती
बंग1 रत्ती2 रत्ती
भंगा2 रत्ती4 रत्ती

रत्ती: आयुर्वेदिक माप प्रणाली में “रत्ती” एक माप की इकाई है जिसका उपयोग पारंपरिक तौर पर औषधि की मात्रा निर्धारित करने में किया जाता है। आधुनिक समय में इसे मिलीग्राम में परिवर्तित कर खुराक को समझा जा सकता है।

सावधानियाँ (Precautions):

इस तालिका में बताई गई मात्राएँ केवल संदर्भ के लिए हैं। किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का उपयोग करते समय हमेशा एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें, क्योंकि रोगी की स्थिति, प्रकृति, आयु और स्वास्थ्य के अनुसार औषधियों की खुराक बदल सकती है। यह ब्लॉग पोस्ट केवल शिक्षा और जागरूकता के उद्देश्य से है।

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