आयुर्वेद में “नेत्र” और “चक्षु” अलग-अलग हैं।
नेत्र अगर अधिष्ठान (स्थूल संरचना) है, तो चक्षु इन्द्रिय (सूक्ष्म इन्द्रिय) है।
“सर्व शाकम अचक्षुस्यम, चक्षुसाय शाक पंचकम्”
(सभी प्रकार की शाक-सब्जियाँ नेत्र रोगियों के लिए उपयुक्त नहीं हैं, परन्तु कुछ विशेष शाक नेत्र रोगियों के लिए लाभकारी हैं।)
नेत्र रोगी के लिए आहार निर्देश:
नेत्र रोगी को किसी भी प्रकार की शाक, साग, भाजी, पत्ते वाली सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।
यदि सब्जियाँ खानी हैं, तो केवल निम्नलिखित 5 शाक-सब्जियों का सेवन करना चाहिए:
- जीवंती
- वास्तु
- मत्स्याक्षी
- मेघनाद
- पुनर्नवा

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